नैतिक शिक्षा प्रश्न उत्तर -
नैतिक शिक्षा का उद्देश्य क्या है?
नैतिक शिक्षा का उद्देश्य हमें इस दुनिया में एक सफल और संतुष्ट जीवन जीने के लिए आवश्यक मूल्यों, नैतिकता, आदर्शों और सभ्यता के बारे में शिक्षा देना होता है। इसका मुख्य उद्देश्य हमें अच्छे और उच्च मूल्यों के साथ एक अधिक समझदार, सहयोगी और आदर्शपूर्ण समाज के लिए समर्पित जीवन जीने की कला सिखाना है।
योग किसे कहते हैं?
योग एक प्राचीन भारतीय धर्म और दर्शन है, जो शरीर, मन और आत्मा को एकीकृत करने की तकनीकों का समूह है। योग का शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है जो "जोड़ना" या "एकीकृत" के अर्थ होता है। योग की प्रमुख विधाओं में आसन (postures), प्राणायाम (breathing techniques), ध्यान (meditation), मन्त्र जप (chanting), और अन्य मनोविज्ञान तकनीकें शामिल हैं।
आसन करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जब आप आसन करते हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप इसे सही तरीके से कर सकें और आपको उनके लाभ मिल सकें। निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए:
सही पोस्चर -
आपको अपनी शरीर को सही ढंग से संरेखित करना चाहिए। अपनी पोस्चर बनाए रखें और एक सीधी बैठक की तरह आसन को करें।
स्थिरता -
आसन के दौरान आपको स्थिर रहना चाहिए। आपको आसन के दौरान अपने शरीर के वजन को संतुलित ढंग से बाँधना चाहिए ताकि आप अपने शरीर को स्थिर रख सकें।
सही श्वास -
आसन करते समय आपको सही श्वास लेना चाहिए। आपको नियमित रूप से और धीरे-धीरे श्वास लेना चाहिए।
नीत्रण -
आसन के दौरान आपको अपने मन को शांत रखना चाहिए। यदि आपका मन विचरणों में अटक जाता है, तो आपको ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपने मन को शांत करने का प्रयास करना चाहिए।
What is Naitik Shiksha called in English?
Value Education is called Naitik Shisha in English.
What is the meaning of Naitik Shiksha?
Naitik Shiksha meaning of नैतिक शिक्षा = MORAL EDUCATION (Noun).
What do you understand by value education in hindi?
According to Indian culture, the person who follows Yama and Niyama possesses complete morality. There is no other greater example than Shri Ram.
हालाँकि आप Naitik Shiksha ke Question Answer list यहाँ से प्राप्त कर सकते है।
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